दोस्तों जैसा कि आपको पता है मध्य प्रदेश में नवंबर 2023 को विधानसभा चुनाव होने जा रहे हैं ऐसे में सियासी सत्ता बहुत ही तेजी से चुनावी प्रचार कर रही है। मध्य प्रदेश में सबसे चर्चित सांसदों में से एक और केंद्र में मंत्री पद पर तैनात ज्योतिरादित्य सिंधिया केक कट्टर समर्थक जो उनके साथ बीजेपी सरकार के साथ शामिल हो गए थे उनमें से कुछ बड़े नेता जो काफी विश्वसनीय थे ज्योतिरादित्य सिंधिया से अलग हो चुके हैं। कौन-कौन से वह चेहरे हैं जो वापस कांग्रेस में आ गए हैं और क्या मुख्यमंत्री पद के लिए शिवराज सिंह चौहान की जगह है कोई अन्य चेहरा हो सकता है इसके बारे में भी जानने का प्रयास करेंगे।
बीजेपी के प्रभावशाली नेता कांग्रेस में हुए शामिल –
केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया के सबसे विश्वसनीय नेताओं में से एक प्रमोद टंडन ने अपना फैसला बदल लिया है और उन्होंने ज्योतिरादित्य सिंधिया का साथ छोड़कर फिर से कांग्रेस का दामन थाम लिया है। कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ ने उनका काफी स्वागत किया और उनको फिर से पूरी जोड़ के साथ सरकार बनाने के लिए प्रेरित किया । प्रमोद टंडन बीते कुछ सालों पहले ज्योतिरादित्य सिंधिया के साथ बीजेपी में शामिल हो गए थे लेकिन अब दोबारा भी कमलनाथ के साथ आ गए हैं।
इंदौर में कार्यरत प्रमोद टंडन ने बीते कुछ दिन पहले शनिवार को एक समिति की बैठक में प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ की मौजूदगी में पूरी विधि विधान से कांग्रेस का दामन थामा है। प्रमोद टंडन एक ऐसे प्रभावशाली नेता थे जो ज्योतिरादित्य सिंधिया के छह कट्टर समर्थकों में से एक थे और ज्योतिरादित्य सिंधिया के पिताजी माधवराव सिंधिया के बहुत ही करीबी और विश्वसनीय नेता थे ।
MP में शिवराज सरकार को लगा बड़ा झटका–
बीते कई सालों से शिवराज सरकार ने मध्य प्रदेश में अपना पांव जमा रखा है उनके अलावा किसी की सरकार नहीं बने हैं लेकिन 2023 –24 के विधानसभा चुनाव में कमलनाथ पुरी तैयारी के साथ उनको हराने का प्रयास करेंगे । बीजेपी में बड़े चेहरे जो कभी अपने चुनावी क्षेत्र से हार नहीं सकते उन्होंने अब कांग्रेस का दामन थाम कांग्रेस की ताकत को बढ़ा दिया है। ऐसे में शिवराज मामा अपने होश खो बैठे हैं उनको यह चिंता है कि इस बार हमारी कुर्सी जा सकती है ।
रामकिशोर शुक्ला–
रामकिशोर शुक्ला ज्योतिरादित्य सिंधिया के कट्टर समर्थक हैं और इन्होंने भी कांग्रेस का दामन थाम लिया है रामकिशोर शुक्ला 2020 के बाद से बीजेपी में शामिल रहे हैं और बीजेपी का कार्यभार भी संभाला है। मगर रामकिशोर शुक्ला अब विधानसभा चुनाव 2023 –24 में कांग्रेस की तरफ से लड़ेंगे ।
समंदर पटेल –
बीजेपी कार्य समिति के सदस्य समंदर पटेल ने भी कांग्रेस का दामन थाम का कमलनाथ का पाडला भारी कर दिया है । कमलनाथ के साथ ऐसे दिग्गज नेता शामिल हो रहे हैं जो कभी भी अपने चुनावी क्षेत्र से हर का सामना नहीं करेंगे । समंदर पटेल ज्योतिरादित्य सिंधिया और उनके पिताजी माधवराव सिंधिया वफादार थे । समंदर पटेल का कहना है कि सिंधिया के वफादार नेताओं में से 6वें वफादार नेता थे ।
दिनेश मल्हार –
दिनेश मल्हार ने भी कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ की मौजूदगी में कांग्रेस के लिए अपना सर्वोच्च समय और त्याग देने के लिए तैयार हो गए हैं । दिनेश मल्हार भी बीजेपी के कार्यकर्ताओं में शामिल हो गए थे लेकिन अब ये बीजेपी से चुनाव नहीं लड़ेंगे।
बैजनाथ सिंह यादव –
बैजनाथ सिंह यादव एक ऐसा चेहरा है कि वह किसी भी पार्टी से चुनाव लड़ लें लेकिन उनका जीतना तय है अब इन्होंने भी यह निर्णय लिया है कि वह मध्य प्रदेश के विधानसभा चुनाव 2023 24 में कांग्रेस की तरफ से लड़ेंगे । कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ की मौजूदगी में इन्होंने भी कांग्रेस का दामन थाम लिया है और चुनाव लड़ने के लिए भी तैयार हो गए हैं। बैजनाथ सिंह यादव शिवपुरी के 2020 के पहले जिला अध्यक्ष भी रह चुके हैं ।
बैजनाथ सिंह यादव ने यह दावा किया है कि वे बीजेपी कार्य समिति के सदस्य होने के बावजूद भी किसी भी कार्यक्रम में अथवा फंक्शन में नहीं बुलाए गए हैं । बैजनाथ सिंह यादव के कहने का तात्पर्य है कि भाजपा के नेताओं ने उनको सहज स्वीकार नहीं किया है।