दोस्तों जैसा कि आपको पता है शिवराज सरकार पहले भी कई करोड़ का कर्ज ले चुकी है लेकिन 26 सितंबर 2023 को शिवराज सरकार के द्वारा करोड़ों रुपए का और भी कर्ज लिया जाएगा । शिवराज सरकार चुनाव से पहले कर्ज में डूबती हुई नजर आ रही है आईए जानते हैं क्या है मुख्य बातें और किस वजह से शिवराज सरकार इतना ज्यादा कर्ज ले रही है। एमपी सरकार जो कर्ज ले रही है उसके चुकाने का समय क्या है इन सभी के बारे में मुख्य बातें जानने का प्रयास करेंगे ।
विधानसभा चुनाव से पहले कर्ज पर कर्ज ले रही MP सरकार–
मध्य प्रदेश में विधानसभा चुनाव नवंबर 2023 के समय होने जा रहे हैं ऐसे में शिवराज सरकार कर्ज पर कर्ज लेती जा रही है चुनाव आया नहीं और फिर से 26 सितंबर 2023 को शिवराज सरकार के द्वारा 5000 करोड रुपए का कर्ज लिया जाएगा। एमपी सरकार पहले से ही कर्ज में डूबी हुई है लेकिन कर्ज पर कर्ज लेने के लिए पीछे नहीं है रही ऐसे में एमपी सरकार के डूबने का कोई भरोसा नहीं है।
26 सितंबर को एक ही दिन में तीन बार कर्ज लेगी MP सरकार–
26 सितंबर 2023 को मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान जी के द्वारा तीन चरणों में एमपी के लिए कर्ज लिया जाएगा। जैसा कि आपको पता है पहले से भी शिवराज सरकार कर्ज में दबी हुई है और ऐसे में और अधिक कर्ज लेना एमपी के लिए खतरा साबित हो सकता है।
इससे पहले भी सितंबर महीने में सरकार के द्वारा दो बार कर्ज ले लिया गया है अर्थात सितंबर महीने में मध्य प्रदेश सरकार के द्वारा पांच बार कर्ज लिया जाएगा ।
एमपी सरकार के द्वारा अलग-अलग तरीके से कर्ज लिया जाएगा एक ही दिन में तीन बार कर्ज लिया जाएगा और पहली बार जो कर्ज लिया जाएगा उसमें 2000 करोड रुपए को आगे रखा गया है।
इसके बाद 1000 करोड रुपए का कर्ज अलग से लिया जाएगा और कुल मिलाकर यह कर्ज 3000 करोड रुपए हो जाएगा ।
एक ही दिन में दो बार कर्ज लेने के बाद एमपी सरकार के द्वारा फिर से 2000 करोड रुपए का कर्ज और लिया जाएगा इस प्रकार सितंबर महीने में लगभग 5000 करोड रुपए का कर्ज़ अलग से लिया जा रहा है
MP की हालत हो गई कर्नाटक जैसी–
दोस्तों जिस तरह कर्नाटक सरकार ने कई करोड़ रुपये कर्ज ले रखा है इस तरह शिवराज सरकार भी कर्ज पर कर्ज लेती जा रही है ऐसे में समस्या है कि कहीं एमपी कर्ज के तले दबकर ना रह जाए। यदि इसी तरह एमपी सरकार के द्वारा कर्ज लिया जाता रहा तो हो सकता है कि मप्र सरकार बैंक करप्ट हो जाए ।
MP सरकार के कर्ज का टेन्योर–
एमपी सरकार के द्वारा जो पहली बार कर्ज लिया जाएगा 26 सितंबर 2023 को उसका टेन्योर लगभग 6 साल रखा गया है इसके बात जो दूसरा कर्ज लिया जाएगा उसका टेन्योर 15 साल रखा गया है और जो तीसरी बार कर्ज लिया जाएगा उसका टेन्योर 21 साल रखा गया है।
जिस तरह से कर्ज की अवधि को रखा गया है इस अवधि में एमपी सरकार को कर्ज वापस करना होगा इस प्रकार से यह निश्चित है कि मप्र सरकार कर्ज की बोझ तले दब सकती है ।
MP की हुई वित्तीय हालत खराब–
दोस्तों आप सभी को पता है कि एमपी में विधानसभा चुनाव होने को हैं जिसकी तैयारी जोरों पर चल रही है सभी पार्टियों चुनावी प्रचार में लगी हुई है और ऐसे में मध्य प्रदेश सरकार अर्थात शिवराज सरकार भी अपनी तैयारी जोड़-तोड़ से कर रही है जिसमें लाखों रुपए खर्च हो रहा है । मध्य प्रदेश सरकार के खजाने की बात करें तो सरकार के पास बिल्कुल भी खजाना नहीं बचा हुआ है इसके बाद यह निर्णय लिया गया है कि 26 सितंबर 2023 को सरकार के द्वारा 5000 करोड रुपए का कर्ज लिया जाएगा जिसकी टेन्योर 6 साल 15 साल और 21 साल रखी गई है ।