कल्दा पन्ना बागेश्वर धाम कथा
नमस्कार दोस्तों !
आज की पोस्ट में हम बात करने वाले हैं बागेश्वर धाम के पुजारी श्री धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री जी के द्वारा पन्ना की धरती पर एक ऐसे क्षेत्र में कथा होने जा रही है जहां पर वर्तमान की कई नई सुविधाएं नहीं पहुंच पा रही हैं । दोस्तों बागेश्वर धाम महाराज पहले ऐसे अंतर्राष्ट्रीय कथावाचक होंगे जिन्होंने कल्दा जैसी धरती पर आदिवासी वनवासी श्री राम कथा करने का फैसला लिया है ।
दोस्तों आज की पोस्ट में हम बात करेंगे कि कल्दा क्षेत्र के अंतर्गत किस प्रकार के लोग निवास करते हैं और यहां पर किस प्रकार की खेती होती है? इसके बारे में चर्चा करेंगे। दोस्तों जहां पर बागेश्वर धाम महाराज के द्वारा कथा की जाएगी उस स्थान पर कैसे पहुंच सकते हैं इसके बारे में भी चर्चा करेंगे
☯ कहां है कल्दा
दोस्तों कल्दा मध्य प्रदेश के पन्ना जिले के अंतर्गत आता है यह गांव जंगल के बीचो बीच बसा हुआ है यहां के लोगों को वनवासी भी कहा जाता है इसीलिए बागेश्वर धाम महाराज ने इस कथा का नाम वनवासी श्री राम कथा रखा हुआ है । दोस्तों यह एक ऐसा गांव है जहां पर आज तक कोई भी कथाकार कथा करने के लिए नहीं गया है बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर पहले ऐसे अंतरराष्ट्रीय कथावाचक होंगे जो कल्दा की धरती पर भगवान की महिमा सुनाएंगे ।
☯ कल्दा क्षेत्र की स्थिति
दोस्तों पन्ना जिले के अंतर्गत आने वाली जनपद पंचायत पवई के अंतर्गत यह गांव आता है और यह जनपद पंचायत तहसील देवेंद्र नगर के अंतर्गत आती है । दोस्तों यहां पर जाना बड़ा ही आसान है जगह-जगह पर बोर्ड लगे हुए हैं जिसकी सहायता से आप आसानी से कल्दा गांव तक पहुंच सकते हैं ।
दोस्तों कल्दा गांव एक ऐसा गांव है जहां पर आज भी लोग शिक्षा के कारण पीछे रह गए हैं । इस गांव में शिक्षा का स्तर थोड़ा निचला है जिस कारण से इस गांव के लोग बहुत ही कम मात्रा में पढ़ पाते हैं गरीबी और निर्धनता इस गांव में अक्सर आपको देखने को मिलेगी जिस कारण से लोग आगे की पढ़ाई नहीं कर पाते ।
☯ कल्दा मशरूम की खेती
दोस्तों कल्दा गांव मशरूम की खेती के लिए प्रसिद्ध है यहां पर भारी मात्रा में मशरूम की खेती की जा रही है । पिछले कई सालों से यहां पर आदिवासी महिलाओं को और आदिवासी लोगों को मशरूम की खेती के लिए जागरुक किया गया था। मशरूम की खेती के लिए जागरूक करने के बाद पाया गया कि जहां पर वह निवास करते हैं वहां पर मशरूम की खेती के लिए पर्याप्त मात्रा में तापमान उपलब्ध हो जाता है ।
मशरूम की खेती के लिए जिस प्रकार की जलवायु की आवश्यकता होती है उस गांव के अंतर्गत और क्षेत्र के अंतर्गत पर्याप्त मात्रा में मिल जाती है। इसी का लाभ लेकर इस गांव के लोगों ने मशरूम के प्रति अपनी जिज्ञासा बढ़ाई और भारी पैमाने पर खेती करना प्रारंभ कर दिया ।
दोस्तों वर्तमान समय में यह गांव मशरूम की खेती के लिए देश के कई बड़े शहरों में जाना जाता है और इस गांव की मशरूम कई बड़े शहरों में एक्सपोर्ट की जाती है। दोस्तों मशरूम बहुत ही महंगी होती है जिस कारण से यहां की आदिवासी महिलाओं की जिंदगी में काफी सुधार आया है और उनके रहन-सहन में भी थोड़ा बहुत बदलाव आया है ।
☯ कल्दा एक पठारी क्षेत्र
दोस्तों कल्दा गांव एक पठारी क्षेत्र है यहां पर कई लोग आज भी पुराने जमाने के घर बनाकर निवास करते हैं । ऐसा कहा जा सकता है कि इस गांव का विकास बहुत ही पीछे है लोग बहुत सी ऐसी सरकार की योजनाओं से वंचित हैं जिनका उनको लाभ मिलना चाहिए । दोस्तों पन्ना जिले के अंतर्गत आने वाला यह एक पठारी क्षेत्र है और जो कि पन्ना जिले से काफी अलग ही दिशा में यह गांव स्थित है ।
यह गांव एक पठारी क्षेत्र होने के कारण गेहूं की पैदावार बहुत ही कम मात्रा में करता है यहां पर सबसे ज्यादा लोग मशरूम की खेती करते हैं। दोस्तों मशरूम की खेती करने वाले लोगों की जिंदगी बदल गई क्योंकि जिन लोगों ने काफी मात्रा में मशरूम की पैदावार की उनको भारी मात्रा में लाभ प्राप्त हुआ।
☯ पचमढ़ी से कम नहीं है कल्दा
दोस्तों कल्दा गांव के बारे में जितना कहा जाए उतना कम है क्योंकि यहां पर आपको किसी पर्यटक स्थल से कम नहीं लगेगा । दोस्तों कल्दा गांव के बारे में कहा जाता है कि यह किसी पचमढ़ी से कम नहीं है क्योंकि यहां पर आपको सुंदर झरने और नदियां देखने को मिलती है। दोस्तों यह एक पहाड़ी इलाका है जिसे हिल स्टेशन के रूप में भी जाना जाता है जैसे ही पचमढ़ी में हिल स्टेशन मौजूद है ठीक आपको यहां पर भी ऐसा प्रतीत होता है ।
गांव के लोग प्रकृति में ऐसे बसे हैं कि उस स्थल से बाहर आने का नाम ही नहीं लेते । उस गांव के निवासरत लोगों ने अपनी मानसिकता बना ली है कि हमारी जिंदगी यही तक है और हम आगे नहीं बढ़ सकते ।
दोस्तों कल्दा गांव में बागेश्वर धाम महाराज के द्वारा आदिवासी बनवासी श्री राम कथा के माध्यम से लोगों को प्रेरित किया जाएगा कि आप बहुत कुछ कर सकते हैं । बागेश्वर धाम महाराज भरपूर प्रयास करते हैं कि वे जनकल्याण में कोई भी कमी ना छोड़ें और इसीलिए उन्होंने यह कदम अपनाया है कि जहां पर कोई भी कथाकार कथा करने के लिए नहीं पहुंच पाया है वहां उन्होंने 3 दिन का समय निकालकर कल्दा गांव में जाने के लिए तैयार हो गए हैं ।
☯ कल्दा श्री राम कथा सुरक्षा व्यवस्था
दोस्तों कल्दा के अंतर्गत वनवासी श्री राम कथा के संबंध में भारी तैयारियां शुरू हो चुकी हैं जिसमें सुरक्षा व्यवस्था को लेकर प्रशासन भी ठोस कदम उठा रहा है । पन्ना जिले के पुलिस अधीक्षक ने हेलीपैड का निरीक्षण किया और कल्दा गांव के अंतर्गत लोगों की किसी भी प्रकार की भीड़ एकत्रित ना हो और सब कुछ आराम से हो जाए इसके लिए पूरा प्रयास करेंगे ।
दोस्तों बागेश्वर धाम महाराज जहां कहीं पर भी कथा करने के लिए जाते हैं वहां पर हजारों किलोमीटर दूर से भी लोग उनके दर्शन करने के लिए आते हैं और उनकी कथा सुनने के लिए आते हैं । दोस्तों बागेश्वर धाम महाराज की इस कथा के लिए भी सरकार ने फैसला लिया है कि वे पूरी शक्ति के साथ लोगों की सुरक्षा करेंगे ।
☯ कल्दा आदिवासी बाहुल्य क्षेत्र
दोस्तों कल्दा गांव के अंतर्गत 90% लोग आदिवासी रहते हैं जिनकी एक अलग ही मान सकता होती है । दोस्तों देश दुनिया के कई भक्त ऐसे हैं जो बागेश्वर धाम महाराज को देखना चाहते हैं अथवा उनसे मिलना चाहते हैं और दूसरी तरफ कल्दा गांव के लोग बागेश्वर धाम महाराज को यूट्यूब के माध्यम से देखते हैं । कल्दा गांव के लोगों को पहली बार ऐसा मौका मिलेगा कि बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर आचार्य श्री धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री जी को रूबरू देख पाएंगे ।
दोस्तों कल्दा गांव के निवासी बहुत ही खुश हैं क्योंकि बागेश्वर धाम महाराज के द्वारा अभी तक जहां कहीं भी कथा की गई है वहां पर कई शराबी लोगों ने शराब छोड़ दी । दोस्तों कल्दा गांव में अभी ऐसा कुछ होने वाला है उस गांव के लोग बहुत खुश हैं कि बागेश्वर धाम महाराज के द्वारा यहां पर कथा हो जाएगी तो कुछ लोगों के घर सुधर जाएंगे ।
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☯ कल्दा में लगेगा स्वास्थ्य शिविर
दोस्तों कल्दा में बागेश्वर धाम महाराज के द्वारा आदिवासी वनवासी श्री राम कथा के आयोजन में स्वास्थ्य शिविर की व्यवस्था भी की जाएगी ताकि आकाश में समस्या में इसका उपयोग किया जा सके । दोस्तों कथा के लिए जितनी भी तैयारियां प्रमुख रूप से जरूरी हैं उनको सबसे पहले किया गया है ।
☯ कल्दा जाएंगे मध्य प्रदेश के राज्यपाल
दोस्तों कल्दा गांव के अंतर्गत मध्य प्रदेश के राज्यपाल मंगू भाई पटेल बागेश्वर धाम महाराज की कथा के दौरान पहुंच जाएंगे । मध्य प्रदेश के राज्यपाल मंगू भाई पटेल की स्वागत की तैयारियां भी यहां पर हो रही हैं। मध्य प्रदेश के राज्यपाल इस गांव में पधार रहे हैं और हो सकता है कि इस गांव के विकास के लिए राज्यपाल मंगू भाई पटेल के द्वारा कोई विशेष घोषणा की जाए ।
कल्दा गांव के अंतर्गत रहने वाले सभी गांव वासी के मन में खुशी की लहर दौड़ गई जैसे ही उनको पता चला कि बागेश्वर धाम महाराज उनके गांव वनवासी कथा करने के लिए आ रहे हैं । दोस्तों उस गांव के लोगों को भरोसा ही नहीं हो रहा कि इतने बड़े कथाकार उनके गांव में पधार रहे हैं।
उस गांव के लोगों ने बागेश्वर धाम महाराज के बारे में इंटरनेट के माध्यम से सन रखा है कि वह पर्चा पर बिना पूछे किसी की भी समस्याएं लिख देते हैं । दोस्तों इसका प्रत्यक्ष प्रमाण उस गांव के लोगों को देखने को मिलेगा क्योंकि बागेश्वर धाम महाराज के द्वारा 1 दिन का दिव्य दरबार भी लगाया जाएगा । कल का एक ऐसा दुर्गम क्षेत्र है जिससे कल्दा पहाड़ के नाम से भी जाना जाता है ।
☯ कल्दा का कथा पंडाल
बागेश्वर धाम के आचार्य श्री धीरेंद्र महाराज जी के द्वारा कल्दा में जो आदिवासी वनवासी कथा होने जा रही है उसका कथा पंडाल तैयार हो गया है । दोस्तों कथा पंडाल काफी भव्य और सुंदर सजा हुआ है जिसमें हजारों लोग एकत्रित हो सकते हैं । बागेश्वर धाम महाराज की कथा सुनने के लिए आसपास के सभी लोग आने के लिए बड़े ही उत्सुक हैं और आसपास के सभी बीजेपी नेता भी इस कथा के साक्षी बनने जा रहे हैं।
दोस्तों बागेश्वर धाम महाराज ने विदेश में हो रही कथा के दौरान ही इस बात की घोषणा की थी कि पन्ना जिले के कला गांव में उनकी कथा होगी। दोस्तों जैसे ही इस बात की खबर लगी कल्दा गांव के निवासियों ने कथा की तैयारियां शुरू कर दी।
☯ कल्दा है प्रकृति की गोद
दोस्तों कल्दा को प्रकृति की गोद क्यों कहा जाता है ,इसके पीछे केवल एक ही वजह है क्योंकि प्रकृति का यहां पर एक अनोखा दृश्य देखने को मिलता है आप जब कल्दा में भ्रमण करेंगे तो पाएंगे कि आपको चारों तरफ केवल शांति मिलती है । कल्दा पहाड़ के अंतर्गत किसी भी प्रकार का आपको शोर सुनाई नहीं देगा यदि आप काफी तनाव में हैं और कला पहाड़ घूमने के लिए निकल जाते हैं तो आपका सारा तनाव दूर हो जाता है ।
कल्दा पहाड़ के अंतर्गत आपको हरे-भरे घने जंगल देखने को मिलते हैं जहां पर 90% से ज्यादा आबादी अनुसूचित जनजाति की निवास करती है कई लोग यहां पर आदिवासी हैं जिनके बीच बागेश्वर धाम महाराज कथा करने के लिए जा रहे हैं। दोस्तों बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर पंडित श्री धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री जी बड़े ही निर्मल हृदय के हैं बड़े शहरों के साथ-साथ वे एक ऐसे गरीब और पिछड़े गांव में कथा करने के लिए जा रहे हैं जहां पर विकास नाम की चीजें बहुत दूर हैं ।
दोस्तों जहां पर बागेश्वर धाम कथा पंडाल सजा हुआ है वहां पर पंडाल के सामने केवल जंगल ही जंगल दिखाई देता है चारों तरफ हरा भरा दिखाई देता है । जंगल के अलावा कलदा गांव में बाकी चीजें आपको कुछ भी दिखाई नहीं देंगी।