MP (मध्य प्रदेश) में बाढ़ में डूब गए कई जिलों के गांव

नमस्कार दोस्तों !

जैसा कि आप सबको पता है मध्य प्रदेश में बीते 45 दिनों के बाद भारी मात्रा में पूरे मध्य प्रदेश में और अन्य कई इलाकों में जैसे गुजरात के कई क्षेत्र ,झारखंड के कई क्षेत्र और छत्तीसगढ़ के कई इलाकों में बाढ़ जैसे हालात बने हुए हैं । मध्य प्रदेश में किसानों के लिए समस्या पैदा हो गई है क्योंकि खेती अपनी चरम सीमा पर है ऐसे में यदि बाढ़ जैसे हालात बने तो किसानों की मेहनत पानी में मिल जाएगी। आज की पोस्ट में हम प्रमुख रूप से बात करेंगे कि मध्य प्रदेश के किन इलाकों में बाढ़ जैसे हालात बने हुए हैं और कहां पर कितना पानी गिर रहा है ।

मध्य प्रदेश के 10 डैम के गेट खोल दिए गए हैं —

नर्मदा पुरम (होशंगाबाद) संभाग और इंदौर संभाग के कई इलाकों में मूसलाधार बारिश हो रही है जिससे शहर के साथ-साथ कई बाहरी गांव पानी की समस्या से जूझ रहे हैं । स्थिति इतनी ज्यादा खराब हो गई है कि आए दिन हर घंटा नर्मदा पुरम संभाग और इंदौर संभाग का जल स्तर बढ़ रहा है । नर्मदा पुरम संभाग और इंदौर संभाग में आने वाले जितने भी डैम है सभी के गेट खोल दिए गए हैं । गेट खोल देने के कारण गांव के कई इलाके पानी में तरबतर हो चुके हैं ।

मध्य प्रदेश बाढ़ रेस्क्यू ऑपरेशन—

मध्य प्रदेश के जिन इलाकों में भारी बारिश हो रही है जिसके चलते लोग पानी में अचानक फस जाते हैं क्योंकि नदी का जल इस तरह अचानक इतना ज्यादा हो जाता है कि लोग एक इलाके से दूसरे इलाके तक नहीं जा पाते हैं । मध्य प्रदेश सरकार के द्वारा जो रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया जाता है उसमें आए दिन कई खबरें ऐसी आती है कि दर्जनों लोगों को ऑपरेशन के माध्यम से पानी से बाहर निकाला गया और कई लोग पानी की समस्या से अब भी जूझ रहे हैं ।

नर्मदा नदी का जलस्तर —

दोस्तों नर्मदा नदी में जलस्तर इतना ज्यादा हो गया है कि उसे नदी के आसपास के बसे हुए इलाके में लोग गांव में फंस चुके हैं वे एक तरफ से दूसरी तरफ जाने में असमर्थ है । नदी का जलस्तर इतना ज्यादा हो गया है कि जो भी छोटे-मोटे पुल हैं वो निकल ही नहीं रहे हैं मतलब डूब चुके हैं। होशंगाबाद की जिस इलाके में नर्मदा नदी बहती है वहां पर इस नदी का जलस्तर घटने का नाम ही नहीं ले रहा । मौसम विभाग की माने तो अगले दो-तीन दिन तक पानी लगातार गिर सकता है जिसकी संभावना 90% से ज्यादा है ।

कहां बन रहे बाढ़ जैसे हालात —

मध्य प्रदेश के इंदौर शहर और उज्जैन शहर में पानी का स्तर इतना ज्यादा बढ़ चुका है कि यहां पर बाढ़ जैसे हालात बन चुके हैं । इन शहरों की गलियों तक पानी इतना ज्यादा पहुंच चुका है कि गलियां और सड़क डूब चुकी हैं मतलब यहां पर कोई भी वाहन ठीक से गति नहीं कर सकता। इंदौर के समीप से गुजरने वाली चंबल नदी का जलस्तर भी काफी तेज है जिस कारण से आसपास के इलाके में पानी ही पानी है।

रेस्क्यू ऑपरेशन में बचाए गए लोग—

इंदौर और उज्जैन में कुल मिलाकर 21 लोगों का हाल ही में रेस्क्यू किया गया और उन्हें सुरक्षित पानी से बाहर निकल गया अगर इनका रेस्क्यू नहीं किया जाता तो हादसा भी हो सकता था । रेस्क्यू ऑपरेशन में आए दिन सैकड़ो लोगों को सुरक्षित बाहर निकाला जाता है जो कि समाज के लिए और ऐसी प्राकृतिक घटना के लिए बहुत ही उपयुक्त ऑपरेशन है जो ऑपरेशन कर्मचारी बड़ी ही सूझबूझ से चलाते हैं।

मध्य प्रदेश में सबसे ज्यादा बारिश—

मध्य प्रदेश के इंदौर संभाग में और उज्जैन संभाग में सबसे ज्यादा बारिश तो हो ही रही है साथ ही धार जिले के कई इलाकों में मूसलाधार बारिश हो रही है । बारिश ने लोगों को इतना परेशान कर दिया है कि आसपास की खेती तहस-नहस हो गई है ।

स्कूल कॉलेज रहेंगे बंद—

इंदौर, उज्जैन समेत धार और देवास के कई स्कूलों को सोमवार के लिए भी बंद रखा जाएगा । इन इलाकों में कई कॉलेज तो बंद नहीं किए जाएंगे जहां पर जल स्तर ज्यादा नहीं है अथवा मौसम साफ है लेकिन स्कूलों को पूरी तरह से सोमवार को बंद रखा जाएगा ।

MP (मध्य प्रदेश) में मूसलाधार बारिश

मध्य प्रदेश में मूसलाधार बारिश से लोगों की हालत बहुत ही गंभीर है छोटे-छोटे बच्चे स्कूल जाने से डरते हैं जिस कारण से सरकार ने सोमवार तक स्कूल बंद रखने की घोषणा करी है । 18 सितंबर तक हो तो स्कूल बंद रहेंगे ही साथ है अगर आगे मौसम खराब रहा तो इसकी तारीख बढ़ाई जा सकती है ।

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